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मंगलगिरि
इस क्षेत्र पर भगवान महावीर की 11.25 फीट ऊँची खड्गासन 9 टन पीतल की विश्व की प्रथम मूर्ति है यह मूर्ति अति मनोहारी एवं चमत्कारिक है। मन्दिर के शिखर की ऊॅचाई भूतल से 111 फीट है। क्षेत्र पर भगवान पार्श्वनाथ …
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तमिलनाडु की सर्वेक्षण यात्रा
तीर्थ क्षेत्रों के सरंक्षण की दिशा में भारतवर्षीय दिगंबर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री प्रभातचंद्र जैन जी, कार्याध्यक्ष व महामंत्री श्री राजेंद्र गोधा जी, वरिष्ठ उपाध्याक्ष श्री शिखरचंद पहाड़िया जी निरंतर ध्यान दे रहे हैं, वर्तमान कमेटी …
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तमिलनाडु की सर्वेक्षण यात्रा 2
पिछले अंक में हमने अपनी यात्रा के पहले दिन का विवरण दिया था जिसमें हमने समणार मलै की गुफा में स्थित शैल-शैय्याओं व प्रतिमाओं, पेरुमाल मलै की गुफा में स्थित शैल-शैय्याओं, प्रतिमाजी और शिलालेखों, उतमपलयम में की गुफा में स्थित …
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वर्षायोग और तीर्थ संरक्षण
राष्ट्रीय अध्यक्ष का अध्यक्षीय निवदेन जुलाई 2019 के जैन तीर्थवंदना के अंक में प्रकाशित जैन धर्म में वर्षायोग बहुत महत्वपूर्ण होता है, वर्षायोग के महीनों में मुनिराज और आर्यिकाएँ पद-विहार रोककर एक स्थान पर रहकर अपनी तप-साधना करते हैं, यह आषाढ़ शुक्ल चतुर्दशी की …
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प्राचीन तीर्थक्षेत्रों का जीर्णोद्धार कैसे?
राष्ट्रीय अध्यक्ष का अध्यक्षीय निवदेन मई 2019 के जैन तीर्थवंदना के अंक में प्रकाशित सभी को सादर जय जिनेंद्र, जब से मुझे भारतवर्षीय दिगंबर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष का पदभार मिला है, मुझे हर दूसरे दिन फोन, ईमेल, व्हाट्सएप …
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कुंदकुंद स्वामी जन्मभूमि
राष्ट्रीय अध्यक्ष का अध्यक्षीय निवेदन अप्रैल 2019 के जैन तीर्थवंदना के अंक में प्रकाशित 17 अप्रैल 2019 तद्नुसार चैत्र शुक्ल त्रयोदशी को चौबीसवें तीर्थंकर भगवान श्री १००८ महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक का पावन प्रसंग आ रहा है, इस हेतु …
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तीर्थ हैं तो आस्था है, आस्था है तो धर्म है
सादर जय जिनेन्द्र, तीर्थ हैं तो आस्था है, आस्था है तो धर्म है, धर्म है तो अहिंसा है और अहिंसा है तो आप हैं हम हैं, नमन है सभी दिगंबर जैन तीर्थों को और जिनबिम्बों को| आपकी, हमारी यह तीसरी …
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श्री दिग. जैन तीर्थ प्रबन्धन प्रशिक्षण संस्थान द्रोणगिरि के बीस वर्ष पूर्ण
भारत भू के मध्य मध्यप्रदेश की हृदय स्थली मैं स्थित गुरुदत्तादि महामुनिराजों की निर्वाण स्थली एवं पावन भूमि सिद्ध क्षेत्र द्रोणागिरी मे आचार्य श्री 108 विराग सागर जी महराज के परम प्रभावक शिष्य युवा हृदय सम्राट मुनि श्री108 विरंजन सागर …
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