Sign Up To Election Volunteer
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Aliquam semper lacus at massa ultricies auctor. Integer sodales
अतिशय क्षेत्र
क्षेत्र का महत्व एवं ऐतिहासिकता
इस क्षेत्र पर भगवान महावीर की 11.25 फीट ऊँची खड्गासन 9
टन पीतल की विश्व की प्रथम मूर्ति है यह मूर्ति अति मनोहारी एवं चमत्कारिक है। मन्दिर के शिखर की ऊॅचाई भूतल से 111 फीट है। क्षेत्र पर भगवान पार्श्वनाथ का अद्वितीय काँच का मंदिर स्थित है। क्षेत्र की 38 एकड़ भूमि का स्कूल, औषधालय, वृद्धाश्रम, चौबीसी मदिंर, मानस्तम्भ, धर्मशाला आदि निर्माणाधीन है।
Our Campaign
Proin nec blandit magna, vel eleifend justo. Nunc sapien diam, pulvinar finibus Read MoreMake Donation
Proin nec blandit magna, vel eleifend justo. Nunc sapien diam, pulvinar finibus Read MoreVolunteer
Proin nec blandit magna, vel eleifend justo. Nunc sapien diam, pulvinar finibus Read Moreअतिशय क्षेत्र – चंदेरी
श्री दिगम्बर जैन चौबीसी बड़ा मन्दिर - चंदेरी
अतिशय क्षेत्र – मंगलगिरि
श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री मंगलगिरि जी
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ
आवास कमरे (अटैच्ड स्नानगृह) 6, कमरे (बिना) स्नानगृह – 6, हॉल – 4, गेस्ट हाउस – 1, यहाँ यात्री ठहराने की कुल क्षमता– 200 है।
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र
रेहली पटनागंज – 42 किमी, नैनागिरि – 55 किमी, बीना बारहा (देवरी) – 70 किमी., कुण्डलपुर दमोह – 118 किमी.।
आवागमन के साधन
रेल्वे स्टेशन सागर – 4 किमी.। बस स्टैण्ड – सागर – 4 किमी.।पहुँचने का सरलतम मार्ग – सड़क एवं रेलमार्ग द्वारा।
प्रबन्ध व्यवस्था
संस्थाश्री स्याद्वाद शिक्षण परिषद ट्रस्ट (रजि.) सागर।
अध्यक्ष – श्री जयकुमार जैन चौधरी फोन (07582-228721)। मंत्री – श्री नेमचन्द्र जैन (07582-235905,264815)।प्रबंधक – श्री सुमतकुमार जैन (07582-222609)।
Jackson Franco for US
Promises Made,
Promises Kept
Proin nec blandit magna, vel eleifend justo. Nunc sapien diam, pulvinar finibus nulla ut, viverra molestie ex. Pellentesque eu nunc et ipsum sollicitudin hendrerit ac non sapien
Mission & Vision Statement
चित्र प्रदर्शनी
वीडियो गैलरी
सामाजिक मीडिया
तीर्थक्षेत्र की वेबसाइट वेबसाइट पर जाएँ
धर्मशाला आरक्षित करें आरक्षित करें
तीर्थक्षेत्र के विभिन्न योजनाओं के लिए दान करें दान करें
भारतवर्षीय दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी
भारतवर्षीय दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी का इतिहास
देश भर में दूरदूर तक स्थित अपने दिगम्बर जैन तीर्थयों की सेवा-सम्हाल करके उन्हें एक संयोजित व्यवस्था के अंतर्गत लाने के लिए किसी संगठन की आवश्यकता है , यह विचार उन्नीसवीं शताब्दी समाप्त होने के पूर्वसन् 1899 ई. में, मुंबई निवासी दानवीर, जैन कुलभूषण, तीर्थ भक्त, सेठ माणिकचंद हिराचंद जवेरी के मन में सबसे पहले उदित हुआ ।