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2019

  • मुखपृष्ठ
  • Year: 2019
  • April 17, 2019
  • सिद्धक्षेत्र

राजगिर

यहाँ बीसवें तीर्थंकर मुनि सुव्रतनाथजी के गर्भ, जन्म, तप एवं ज्ञान कल्याणक हुए थे। यह भगवान महावीर स्वामी की प्रथम देशना स्थली है। यहाँ उनके 14 चातुर्मास हुए थे। भगवान महावीर का धर्मचक्र पर्वत प्रवर्तन क्षेत्र भी यही है। यहाँ …

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  • April 17, 2019
  • सिद्धक्षेत्र

पावापुरी

दक्षिण भारत का सम्मेदशिखर कहलाने वाला यह तीर्थक्षेत्र राम, हनुमान, सुग्रीव,गवय, गवाक्ष, नील, महानील आदि 99 करोड़ मुनियों की मोक्ष स्थली है। समुद्र तल से 4500 फीट ऊँचाई पर गालना हिल नाम से प्रसिद्ध इस पहाड़ी क्षेत्र की दो चोटियाँ …

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  • April 17, 2019
  • सिद्धक्षेत्र

मन्दारगिर

बारहवें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य स्वामी के तप, ज्ञान एवं निर्वाण कल्याणक यहाँ हुए थे। माना जाता है भगवान् वासुपूज्य के एक गणधर मन्दर को यहीं पर निर्वाण प्राप्त हुआ था। पर्वत की चोटी पर भगवान तप, ज्ञान और मोक्ष कल्याणक …

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  • April 17, 2019
  • सिद्धक्षेत्र

कुंथलगिरि

देश के सर्वाधिक दक्षिण में स्थित यह सिद्ध क्षेत्र कुलभूषण एवं देशभूषण मुनिवरों की मोक्षस्थली है। कुलभूषण देशभूषण भगवान का प्रमुख मंदिर तलहटी से 250 सीढियाँ चढकर 175 फुट ऊँची पहाड़ी पर है। मंदिर में कुलभूषण देशभूषण मुनिवर के भूगर्भ …

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  • April 17, 2019
  • सिद्धक्षेत्र

पावागढ़

पावागढ़ का प्राचीन नाम पावागिरि था, बाद में पर्वत पर दुर्ग बन जाने के कारण इसका नाम पावागढ़ हो गया। यह स्थान सिद्धक्षेत्र या निर्वाण क्षेत्र है। यहाँ पर श्री रामचन्द्र के दो पुत्रों - अनंगलवण और मदनांकुश (लव और …

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  • April 17, 2019
  • सिद्धक्षेत्र

शौरीपुरा बटेश्वर

यमुना तटीय यह क्षेत्र बाइसवें तीर्थंकर भगवान श्री नेमिनाथ की गर्भ एवं जन्म कल्याणक भूमि है। सहस्त्रों वर्ष पूर्व धन-धान्य से परिपूर्ण इस समृद्ध नगरी को महाराज शूरसेन ने बसाया था। उन्हीं के वंशज महाराज समुद्र विजय के सबसे छोटे …

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  • April 17, 2019
  • सिद्धक्षेत्र

मांगीतुंगी

दक्षिण भारत का सम्मेदशिखर कहलाने वाला यह तीर्थक्षेत्र राम, हनुमान, सुग्रीव,गवय, गवाक्ष, नील, महानील आदि 99 करोड़ मुनियों की मोक्ष स्थली है। समुद्र तल से 4500 फीट ऊँचाई पर गालना हिल नाम से प्रसिद्ध इस पहाड़ी क्षेत्र की दो चोटियाँ …

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  • April 17, 2019
  • सिद्धक्षेत्र

गुणावाँ

यह क्षेत्र भगवान महावीर स्वामी के गणधर इन्द्रभूति गौतम स्वामी का निर्वाण क्षेत्र है। यहां एक सरोवर में भव्य जिन मन्दिर बना हुआ है। इस मन्दिर में एक वेदी में गौतम स्वामी के चरण तथा दूसरी वेदी में भगवान पार्श्वनाथ …

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  • April 17, 2019
  • सिद्धक्षेत्र

तारंगा जी-विद्यासागर तपोवन

तारंगा जी सिद्धक्षेत्र गुजरात के मध्य में विद्यासागरजी तपोवन स्थित है यहाँ आचार्य श्री 108 विद्यासागरजी महाराज पधारे थे। 1996 में इसकी स्थापना की गयी थी। यहाँ एक भव्य सिंह द्वार तथा क्षेत्र के इष्ट एवं आराध्या देव मूल नायक …

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  • April 16, 2019
  • सिद्धक्षेत्र

तारंगा जी

तारंगा क्षेत्र उत्तर गुजरात के मेहसाणा जिले में अरावली पर्वत मालाओं की एक मनोरम टेकरी पर स्थित है। यह एक प्रसिद्ध सिद्ध क्षेत्र है। यहां से वरदत्त, वरांग,सागरदत्त, आदि साढे तीन करोड मुनियों ने निर्वाण प्राप्त किया था। इस नगर …

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हमारा परिचय

देश भर में स्थित विभिन्न दिगम्बर जैन तीर्थों की देखरेकरके उन्हें एक संयोजित व्यवस्था के अंतर्गत लाने के लिए किसी संगठन कीआवश्यकता है, यह विचार उन्नीसवीं शताब्दी समाप्त होने के पूर्वसन् 1899 ई.मेंमुंबई निवासी दानवीर, जैनकुलभूषण, तीर्थ भक्तसेठ माणिकचंद हिराचंदजवेरी के मन में सबसे पहले उदित हुआ । सेठ साहब मुंबई प्रांतीय दिगम्बर जैनसभा के सर्वेसर्वा थे। अपने संकल्प को साकार करने के लिए उन्होंने उसी सभा में तीर्थ रक्षा विभाग की स्थापना की ।


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संपर्क सूत्र

भारतवर्षीय दिगम्बर जैन
तीर्थक्षेत्र कमेटी.
कार्यालय : द्वितीय तल, हीराबाग,
कस्तूरबा गाँधी चौक, सीपी टैंक,
मुम्बई – 400004.

tirthvandana4@gmail.com

 टेलीफोन – 022-23878293

प्रबंधक- 9833671770
सहायक- 9109228683


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