सम्मेदशिखरजी मधुबन में मांसाहार के विरुद्ध भव्य रैली प्रदर्शन

सम्मेदशिखरजी मधुबन में मांसाहार के विरुद्ध भव्य रैली प्रदर्शन

सम्मेदशिखर जी की पवित्रा बनाएं रखने के लिए जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी ने सरकार को लिखा पत्र

सम्मेदशिखर मधुबन की पवित्रता के साथ छेड़-छाड़ होने की घटनाएँ लगातार घटती जा रही हैं ।  अभी हाल ही में श्री सम्मेदशिखरजी अहिंसा के स्थल पर पश्चिम बंगाल से आये पर्यटकों द्वारा बेजुवान जीवों (मुर्गा-मछलियों) को बड़ी ही निर्दयता के साथ मार-काट कर मांस खाने-बनाने एवं बिक्री करने की घटना घटी है जिससे सम्पूर्ण जैन समाज में आक्रोश उत्पन्न है और सभी ने इस कार्य की निंदा की है ।

घटना के समाचार मिलते ही इस सन्दर्भ में तीर्थक्षेत्र कमेटी द्वारा तुरंत पुलिस आरक्षी अधीक्षक (SP) को टेलीफोन पर संपर्क किया गया और उन्होंने तुरंत संज्ञान लेते हुए अपनी फ़ोर्स मधुबन भिजवाई तथा थाना प्रभारी को उचित कार्यवाही हेतु दिशा निर्देश दिए । भारतवर्षीय दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शिखरचंद पहाड़िया एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री संतोष जैन (पेंढारी) ने इस निंदनीय कार्य का विरोध करते हुए  एवं सम्मेदशिखर जी की पवित्रा बनाएं रखने के लिए उपायुक्त जिला समाहरणालय, आरक्षी अधीक्षक गिरिडीह, अनुमंडल पदाधिकारी एवं थाना प्रभारी को पत्र भेजकर ठोस कार्यवाही करने का निवेदन किया गया ।

दूसरे दिन मंगलवार दिनांक 4 जनवरी 2022 को विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल सम्मेदशिखरजी मधुबन में मांसाहार एवं मदिरापान के विरोध में सभी संस्थाओं द्वारा मुख्य रूप से रैली का आयोजन किया गया । श्रीसम्मेदशिखर दिगम्बर जैन तीर्थ मांस-मदिरा के लिए सरकार की ओर से वर्जित क्षेत्र घोषित किया गया है उसके बाद भी मांस आदि की खुलेआम बिक्री की जा रही है और पुलिस प्रशासन उसदीन है । जिससे भारतवर्षीय दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी, श्री दिगम्बर जैन बीसपंथी कोठी, मधुबन, श्री दिगम्बर जैन तेरहपंथी कोठी, मधुबन, आचार्य श्री शांतिसागर ट्रस्ट, जैन श्वेताम्बर सोसायटी, श्री समस्त श्वेताम्बर मूर्ती पूजक संघ ट्रस्ट, उत्तरप्रदेश प्रकाश भवन, सिद्धायतन, बाजार सेवा समिति, श्री शिखरजी स्वच्छता समिति आदि संस्थाओं ने एकत्रित होकर एक रैली का आयोजन कर मासांहार, मद्यपान के खुले आम बिक्री का विरोध करते हुए मधुबन थाना प्रभारी दिलशान विरुवा को एक ज्ञापन सौंप कर निवेदन किया कि भविष्य में इस प्रकार की घटना न घटे उसके लिए पुलिस विभाग सदैव चौकन्नी रहे ।

तदुपरांत प्रशासन की ओर से ठोस कार्यवाही करते हुए उपायुक्त-सह-जिला-दण्डाधिकारी द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी को उचित कार्यवाही के आदेश दिए ।  

भारतवर्षीय दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी
www.tirthkshetracommittee.com

 

भारतवर्षीय दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी का इतिहास

देश भर में दूरदूर तक स्थित अपने दिगम्बर जैन तीर्थयों की सेवा-सम्हाल करके उन्हें एक संयोजित व्यवस्था के अंतर्गत लाने के लिए किसी संगठन की आवश्यकता है , यह विचार उन्नीसवीं शताब्दी समाप्त होने के पूर्वसन् 1899 ई. में, मुंबई निवासी दानवीर, जैन कुलभूषण, तीर्थ भक्त, सेठ माणिकचंद हिराचंद जवेरी के मन में सबसे पहले उदित हुआ ।


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